इस पेज में उन यात्रावों का विवरण होगा जो हमे एक नई सोच, नई उमंग दे सके..
कोरोना और लॉकडाउन के कारण देश में प्रवासी मज़दूरों ने जो सफर अपनी मंज़िल की तरफ तय किया, अगर आज मैं उसका जिक्र न करू तो ये बेमानी होगा, आज वो डरे सहमे, भूखे पेट हज़ारों किलोमीटर का सफर तय कर चुके हैं, जिसकी कल्पना शायद उन्होंने भी नहीं की थी, वो सबने अपने सफर की गाथा लिख दी है, उन्होंने अपने मुश्किल डगर को आसान बना दिया। बस अब सबको मिलकर इस कोरोना से लड़ना हैं, क्यों की आप सब अब जान ही गए है की आप कितने सक्षम हैं , क्योंकि मोदी जी ने लड़ने का तरीका तो सीखा ही दिया है, बस उस तरीके को ध्यान में रख के उससे लड़ते रहना हैं।