आजकल शहरों में ये देखा जाता है कि लोग थोड़ी दूर जाने के लिए भी अपनी कार का इस्तेमाल करते हैं और ऐसी जगह भी अपनी कार लेकर चले जाते हैं जो इलाका बहुत भीड़भाड़ वाला होता है और वहां कार पार्किंग की कोई जगह नहीं होती जिसके कारण लोग अपनी कार सड़क पर ही पार्क कर देते हैं जिससे ट्रैफिक जाम हो जाता है और पैदल चलने वाले लोगों तक का आना जाना मुश्किल हो जाता है। इससे कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो जाती है जो इस प्रकार हैं –
- लोगों का समय बर्बाद होता है।
- गाड़ियों के धुएं के कारण प्रदूषण बहुत बढ़ जाता है।
- प्रदूषण के कारण लोगों को सांस से सम्बंधित कई प्रकार की बीमारियां हो जाती हैं। गाड़ियों के हार्न भी लोगों की सेहत पर बहुत बुरा असर डालते हैं।
- दुकानदारों को भी इससे बहुत तकलीफ होती है क्योंकि उनको माल लाने ले जाने में बहुत दिक्क्त होती है और ग्राहकों को भी दुकान में जाने में पेरशानी होती है।
- दुर्घटना होने का भी खतरा बढ़ जाता है।
शहर के बाहर लगभग 20000 गाड़ियों को पार्क करने के लिए कार पार्किंग बनायी गयी है और ज्यादातर कार पार्किंग निशुल्क हैं। जो लोग शहर में शॉपिंग करने कार से आते हैं वो अपनी कार पार्किंग में पार्क करके पैदल ही सिटी के अंदर आते हैं। लोगों की मदद के लिए जगह जगह खास तरह के बोर्ड लगे हुए हैं जिस पर मैप बना हुआ है और ये भी लिखा है की कौन सी जगह कितनी दूर है और वहां तक पैदल जाने में कितना टाइम लगेगा। लोग साईकिल से भी सिटी घूमने या शॉपिंग करने आते हैं और बहुत खुशी महसूस करते हैं।
पुलिस गाड़ियों की स्पीड पर भी नजर रखती है कोई भी 30 km/h से ज्यादा स्पीड से गाड़ी नहीं चला सकता। रिहायशी इलाके में भी कोई अपने घर के बाहर 20 – 25 मिनट से ज्यादा कार खड़ी नहीं कर सकता पुलिस इन पर भी नज़र रखती है।
सिटी को कार मुक्त करने के फायदे क्या हुए
- प्रदूषण लगभग 75% तक कम हो गया।
- पैदल और साइकिल से चलने से लोगों की सेहत को फायदा मिला।
- लगभग 10 साल से कोई दुर्घटना नहीं हुई।
- लोग जो पहले शहर छोड़ के जाने लगे थे अब वापस आने लगे।
- टूरिस्टों का आना जाना बढ़ा।
- दुकानदारों की आमदनी बढ़ी।
- वहाँ पे कारोबार में निवेश बढ़ा।
- सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण वहां के लोग बहुत खुश हैं।
इन सब चीजों को जानने के बाद अगर हमारे देश के शहरों में भी अगर कुछ बदलाव किया जाये तो शायद लोगों का शहर में ख़ुशी से रहने का सपना पूरा हो सके।