राम की जन्मभूमि ‘अयोध्या’ जिसके नाम का अर्थ होता है अ-युध्य मतलब ‘जहां कभी युद्ध नहीं होता। लेकिन कैसी विडम्बना है की यहाँ युध्य लड़ना पड़ा वो भी अपने आराध्य ‘राम’ के लिये। लेकिन जैसा होता आया है , युगो-२ से सत्य की जीत होती हैं। वैसा ही हुआ, मर्यादा पुरुषोत्तम राम लला एक बार फिर असुर रूपी झूठ को परास्त कर अयोध्या में राम राज की स्थापना करेंगे।
‘राम’ नाम के विश्वास से परास्त होगा कोरोना:
भारत में इस समय एक और कोरोना रूपी राक्षस आतंक मचा रहा हैं, इसके डर से कुछ लोग उसको देवता का रूप मानकर पूजा भी करने लगे है, लेकिन इस मंदिर निर्माण की खबर सुनकर , उनका अंधविश्वास कोरोना को लेकर टूटने लगा है। क्योकि अंधविश्वास पर ‘विश्वास’ हावी होने लगा हैं। ये विश्वास ही उन्हें इतनी शक्ति देगा, जिससे ये उसका सामना हंसते हुये कर सकें। राम नाम जपने भर से कितनी मुश्किलें आसान हो जाती है, क्योकि हमें भरोषा है की हम ऐसा करंगे तो ऐसा हो जाएगा, बस इसे कोई सकारात्मक सोच कह ले कोई आस्था कह ले, सब एक ही है।