ये सच भी हैं क्यों की हर साल भारत में लगभग 15 लाख इंजिनियर अपनी डिग्री प्राप्त करते हैं, पर उनमे से केवल २०% (३ लाख) से भी कम अपने core domain में जॉब करते हैं। क्यों की उनमें आवश्यक कौशल की कमी होती हैं।
और हो भी क्यों ना, कई ऐसे collage हैं जिनमें Practical Lab नाम मात्र के है।
पूछो कैसे वो ऐसे की अगर कोई इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा हैं मान लो उसकी Branch computer है तो फिर भी गनीमत है की आपको Lab दिख जायेगी, लेकिन आपको प्रोग्राम समझाने वाला शायद ही मिले, और अगर आप भूल से Mechanical engineer है, तो फिर क्या Dummy Engine, Boiler दिखा कर Practical करा देंगे आपका। तो फिर आप क्या सीखेंगे भला। इनको Practical knowledge से पता नहीं क्या परेशानी हैं। पता नहीं कितना और समय लगेगा ये सब सही होने में। इसमें किसकी गलती हैं आप समझ ही गये होंगे।
Really