इसका मतलब ये है कि मेरी जीवन की जो यात्रा रही हैं, वो ही संदेश भी मेरा हैं आप के लियें। क्योंकि जो भी परिवर्तन आपको देखना हैं समाज में वो परिवर्तन पहले खुद में लाना होगा या यूँ कहें की उसे अपने जीवन शैली में ढ़ालना होगा।
गाँधी जी एक सच्चे नेता थे। वह लोगों को सिर्फ रास्ता दिखातें ही नहीं थे बल्कि सबसे आगे वो ही चलते थे। क्योंकि एक सच्चे नेता या लोगों की अगुआई करने वाला ही जानता हैं कि उन रास्तों पे कौन-कौन सी कठनाईयाँ और मुश्किलें आने वाली हैं और उनसे पार कैसे पाना हैं।
भारत की आजादी की लड़ाई:
इस लड़ाई में दो दल मुख्य रूप से थे एक तो ‘गरम दल ‘ और दूसरा ‘नरम दल’ इन दोनों के बीना लड़ाई जीतना बहुत ही मुश्किल था। लेकिन आज का जो भारत हैं ना आज का मतलब मैं २०२१ की बात कर रहा हूँ, ज्यादातर युवाओं को यहीं लगता हैं की ये जीत बस ‘गरम-दल’ की बदौलत ही हैं। और उन्हें भला लगे भी क्यों न आज का परिदृश्य ही कुछ ऐसा हैं।
स्वतंत्रता संग्राम में किस दल ने अंग्रेजों को आहत किया?
दोनों ही दलों ने अंग्रेजों को अलग-अलग तरह से आहत किया। किसी ने शरीर तो किसी ने मन पे प्रहार किया, दोनों तरफ से जब बराबर हमलें होनें लगें तब तो जाकर उन्होंने अपनी हार मानी।