Skip to content
HinglishPost
  • पोस्ट
  • न्यूज़
  • वेब स्टोरीज
  • सिनेमा
  • तकनीक
  • मैं शायर
  • बकलोल
  • यात्रा
  • More
    • EnglishPost
      • Biography & Quotes
      • Unknown facts
      • Sports is Life
    • About Us
    • जॉब के लिए
    • संस्कृति
  • पोस्ट
  • न्यूज़
  • वेब स्टोरीज
  • सिनेमा
  • तकनीक
  • मैं शायर
  • बकलोल
  • यात्रा
  • More
    • EnglishPost
      • Biography & Quotes
      • Unknown facts
      • Sports is Life
    • About Us
    • जॉब के लिए
    • संस्कृति
Home/संस्कृति/हिन्दू नव वर्ष की महानता!
संस्कृति

हिन्दू नव वर्ष की महानता!

Divya Handa
February 15, 2021
great hindu new year

हर साल हिन्दू नव वर्ष को चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिप्रदा से मनाया जाता हैं। इसे सनातन धर्म में नवसंवत्सर के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता हैं की भगवान ब्रह्मा द्वारा पूरे विश्व को बनाने में सात दिन लगे थे और इन्हीं दिनों को सनातन धर्म में नव वर्ष के नाम से जाना है। इन सात दिनों को चैत्र मास के नवरात्र के रूप में भी मनाया जाता है। इन दिनों लोग अपनी मान्यता के अनुसार मां दुर्गा के व्रत रखते है और उनकी उपासना कर आने वाला वर्ष मंगलमय हो इसकी प्रथाना करते है।

हिन्दुओं का नया साल चैत्र नव रात्रि के पहले दिन यानी कि गुड़ी पड़वा पर हर साल हिन्दू कैलंडर के अनुसार पहले महीने के चन्द्र दिवस को नव वर्ष के रूप में मनाया जाता है। इस साल बताया जा रहा कि हिंदुओं के लिए आने वाला नवसंवत्सर 2075 शुभ होगा।

नक्षत्रों में बदलाव;

माना जाता है कि सनातन धर्म में का नया वर्ष चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष से शुरू होता है तो इसी दिन से सभी ग्रह नक्षत्रों में भी बदलाव होता है जो आने वाले शुभ कार्यों, त्रासद के बारे में हमें पहले से ही सूचित कर देते है।

नये वातावरण की शुरुआत:

पेड़-पोधों में फूल, मंजर, कली इसी समय आना शुरू होते है, वातावरण मेख एक नया उल्लास होता है जो मन को खुशनुमा कर देता हैं। क्योंकि नव वर्ष का आगमन नवरात्रों से होता है तो लोगों धर्म के प्रति आस्था बड़ जाती है। जैसे कि हमने आपको बताया था कि ब्रह्मा जी ने पूरे विश्व को इसी दिन बनाया था, ओर भगवान विष्णु जी का पहला अवतार भी इसी दिन हुआ था। परम पुरुष अपनी प्रकृति से मिलने जब आता है तो हमेशा चैत्र में ही आता है। इसीलिए सारी सृष्टि सबसे ज्यादा चैत्र में ही महकती है। वैष्णव दर्शन में चैत्र मास भगवान विष्णु का ही रूप है। चैत्र का आध्यात्मिक स्वरूप इतना उच्च है कि इसने वैकुंठ में बसने वाले ईश्वर को भी धरती पर उतार दिया। हर तरफ पकी फसल का दर्शन, आत्मबल और उत्साह को जन्म देता है। खेतों में हलचल, फसलों की कटाई, किसानों कि नई फसल तैयार होने को है खेतों में कतई कि चल पहल हर तरफ है। जरा दृष्टि फैलाइए, भारत के आभा मंडल के चारों तरफ। चैत्र क्या आया मानो खेतों में हंसी-खुशी की रौनक छा गई।

भगवान श्री राम का अवतार;

ना गर्मी, ना सर्दी, पुरा पावन काल। ऐसे में सूर्य कि चमकती किरणों को साक्षी मानते हुए भगवान श्री राम ने धरती पर अवतार लिया था जिसे रामनवमी के नाम से भी जाना जाता है।

Related tags : Greatness of Hindu New Year!Hindu New Year!Sriramचैत्र मासश्री रामहिन्दू नव वर्ष
Share:
Divya Handa
Divya Handa
All Posts

Previous Post

Valentine’s Day (Types of love)

Valentine-day 1990-2021

Next Post

Mother Teresa 10 unknown facts!!

Mother Teresa 10 unknown facts

Related Articles

world is a family संस्कृति

वसुधैव कुटुम्बकम्

Ram Newsसंस्कृति

प्रभु ‘राम’ Ki अयोध्या

buddhis संस्कृति

प्राचीन और अमर संस्कृति

Check Also

Importance of Satvik food and fasting

सात्विक भोजन और उपवास का महत्व!

हिंदू और प्राचीन आयुर्वेदिक समझ के अनुसार, खाद्य पदार्थों को तीन श्रेण...

Read More

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Top Post
  • Mahatma-Gandhi
    Biography & Quotes

    15 Thoughts of Mahatma Gandhi that the world needs even today

  • Ratan Tata's personality and thoughts
    Biography & Quotes

    Ratan Tata’s personality and thoughts

  • Biography & Quotes

    Dr. APJ Abdul Kalam

लोकप्रिय Post
Robotics Engineering

Importance of Robotics Engineering in future

Divya Handa
March 16, 2021
Elon Musk

एलन मस्क या भविष्य की सोच

Divya Handa
March 12, 2021
children under 12

क्या 12 साल से कम उम्र के बच्चे कॉलेज की उम्र के छात्रों की तुलना में एक अलग दुनिया में बड़े हो रहे हैं?

Divya Handa
March 10, 2021
advertise with us
Contact
hinglishpost@gmail.com